Tuesday, March 16, 2010

दोहे और उक्तियाँ !!


जीवन दो प्रकार का होता है, यथा भौतिक जीवन और चेतनात्मक जीवन।


नृतत्त्व-शास्त्री तथा देहविज्ञानवादियों का कहना है कि सोचना, अनुभव करना, जानना, संकल्प करना, पचाना, मलादि वेगों का त्यागना, रक्तादि का संचरण, स्खलन आदि क्रियाओं से ही जीवन है। परन्तु इस प्रकार का जीवन शाश्वत नहीं है।

इस जीवन में खतरे, दुःख, चिन्ताएঁ और घबराहट, व्याधियां पापादि अनेकों प्रतिक्रियाएं व्याप्त रहती हैं।


अतः जिन महात्माओं ने इन्द्रियों और मन पर संयम स्थापित कर, त्याग, तपस्या और वैराग्य-साधना कर आत्ममय जीवन बिताया, उनको यह कहते तनिक भी झुंझलाहट नहीं हुई कि आध्यात्मिक जीवन ही शाश्वत है, जिससे पूर्ण शांति, परम् आनन्द, सच्चा सुख और संतुष्टि की प्राप्ति होती है।


Friday, October 2, 2009

हिन्दी दिवस पर एक कविता.



मिनी यादव अलीगढ की हैं, भारत के सर्वोच्च सेवा की तैयारी करती हैं, उन्होंने हिन्दी दिवस पर ही मेल से ये कविता उपलब्ध कराया की इसे अनकही पर प्रकाशित करे।
मिनी जी का आभार और शुभकामना।


सिसकती सी हिंदी


जिनकी यह भाषा वही इसको भूले ,
कि हिंदी यहाँ बेअसर हो रही है ।
हिंदी दिवस पर ही हिंदी की पूजा ,
इसे देख हिंदी बहुत रो रही है।
हर एक देश की भाषा है अपनी ,
उसे देशवासी है सर पर बिठाते ,
मगर कैसी निरपेक्षता अपने घर में ,
हम अपनी ज़ुबा को स्वयं भूल जाते।
मिला सिर्फ एक दिन ही पूरे बरस में ,
यह हिंदी की क्या दुर्दशा हो रही है ।
कि जिसके लिए खून इतने बहाए,
जवानों ने अपने गले भी कटवाए ,
कि जिसके लिए सरज़मी लाल कर दी ,
जवानी भी पुरखो ने पामाल कर दी ।
तड़पते थे कहने को हम जिसको अपनी ,
वही हिंदी भाषा कहाँ खो रही है।
यही देख हिंदी दुखी हो रही है ,
यह भारत कि जनता कहाँ सो रही है।
यही देख हिंदी दुखी हो रही है ,
यह भारत कि जनता कहाँ सो रही है।
जय हिंद जय भारत

Thursday, June 18, 2009

शाकाहार और हरियाली से दीर्घजीवी बनें.

शारीरिक, नैतिक और आध्यत्मिक दृष्टि से शाकाहारी भोजन आदमी के लिए सर्वोत्तम है। एक ताजा शोध के मुताबिक सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व विटामिन, प्रोटीन और एंटी-आक्सीडेंट से सिर्फ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं, इंसान को दीर्घायु, शुद्ध, बलवान और स्वस्थ बनाते हैं। हृदयरोगियों के लिए तो हरी सब्जियां खासी लाभकारी हैं। इनसे न केवल हृदय-धमनी तंत्र [कार्डियोवेस्कुलर सिस्टम] दुरुस्त रहता है, बल्कि रक्तचाप भी सामान्य बना रहता है। यही नहीं, सब्जियां रक्त वाहिनियों को सुरक्षित रखने में भी अहम भूमिका निभाती हैं।

हरी पत्तेदार सब्जियों में नाइट्रिक आक्साइड पाया जाता है। लार में पाए जाने वाले एंजाइम्स नाइट्रिक आक्साइड को नाइट्रेट में बदल देते हैं। यही नाइट्रेट रक्तवाहिनियों का चोट से बचाव करता है व ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखता है।

पालक में विटामिन ए और फोलिक अम्ल पाया जाता है। विटामिन ए जहां आंखों के लिए उपयोगी है वहीं फोलिक अम्ल खून में मौजूद हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य बनाए रखने में मददगार होता है। ब्रोकोली आंखों की रोशनी मद्धिम होने से रोकने में भी असरकारक है।

धूम्रपान करने वालों के लिए ब्रोकोली का सेवन काफी फायदेमंद होता है। यह फेफड़ों का कैंसर का खतरा कम करने में सहायक है। हरी सब्जियां गुर्दे [किडनी] में पथरी बनाने वाले यूरिक अम्ल की तीव्रता भी कम करती हैं। सब्जियों में एक ऐसा क्षार पाया जाता है जो किडनी में यूरिक अम्ल को इकट्ठा नहीं होने देता जिससे पथरी बनने कोई संभावना नहीं रहती।

सभी प्रकार की हरी सब्जियां शरीर के लिए उपयोगी होती हैं। इन्हें पकाते समय यह ध्यान जरूरी है कि इनमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट न होने पाएं। बाली के मुताबिक सब्जियों में बहुत अधिक मसाले डालने या बहुत देर तक पकाने से उनके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। ध्यान रहे कि सब्जियां पकाते समय उसे ढक कर रखें। सब्जियों के इस्तेमाल से पहले उन्हें अच्छी तरह धो लें क्योंकि इन पर मौजूद कृत्रिम रंग, उर्वरक के कण व प्रदूषित पदार्थ सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

'सब्जियों में टमाटर स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाता है। कम ही लोग जानते हैं कि टमाटर में मौजूद पोषक तत्वों में हर प्रकार के कैंसर से बचाव करने की क्षमता होती है। टमाटर के नियमित सेवन से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 28 फीसदी तक कम हो जाता है।'

आज ज़िन्दगी ........ ।

लल्लन जी की कई लेखनी में से एक ये भी है, परिचय मैं पहले ही बता चुका हूँ फ़िर भी बताता चलूँ कि अभियंता होते हुए भी लल्लन जी का साहित्य प्रेम अद्वितीय था, व्यस्तता भरी जिन्दगी के बावजूद समय का सदुपयोग कलम से करने वाले लल्लन जी भले ही आज हमारे बीच नही रहे मगर उनकी लेखनी हमेशा उनके होने का अहसास कराती है।
लल्लन जी ने अनेक नाटक कि रचना की जो आज विश्वविद्यालयों में पढाई जाती है, लल्लन जी के इस रचना को जब उनकी अर्धांगनी श्रीमती कुसुम ठाकुर ने कुछ समय पूर्व अपने ब्लॉग पर प्रकाशित किया तो विभिन्न टिप्पणी ने इसकी विवेचना भी की और सुझाव भी दे डाला मगर इस सब से परे इस सुंदर रचना ने मुझे पुनर्प्रकाशन के लिए मजबूर कर दिया। आपके लिए एक बार फ़िर से ये रचना......


आज ज़िन्दगी का ऐसा एक दिन है,
बदन मेरे पास है सामने मेरा दिल है।
आज ज़िन्दगी ........ ।


मुद्दतों से सोचा था काश ऐसा दिन आये,
वो भी आये सामने साथ मेरा दिल लाये।
आज ज़िन्दगी ......... ।


शुक्रिया करुँ कैसे समझ नहीं आता,
ऐसी कहि गैर का कोई दिल है चुराता।
आज ज़िन्दगी ......... ।


दिल लुटा के मुझ जैसा सज़ा सिर्फ़ पाता,
कत्ल भी करें गर वो माफ़ हो जाता।
आज ज़िन्दगी ........... ।


स्व. लल्लन प्रसाद ठाकुर-

Tuesday, June 9, 2009

स्लमडॉग मिलियनेअर' के चाइल्ड आर्टिस्ट रुबीना और अजहर के सम्मान में ब्रिटिश संसद में चाय पार्टी .

लंदन।। ऑस्कर विजेता 'स्लमडॉग मिलियनेअर' के चाइल्ड आर्टिस्ट रुबीना अली और अजहरुद्दीन मोहम्मद इस्माइल के सम्मान में ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमंस में चाय पार्टी की जाएगी। इसमें ये दोनों कलाकार भी शरीक होंगे। भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज ने अप्रैल में इन दोनों को ब्रिटेन आने का न्योता दिया था।

वाज के मुताबिक, हमें खुशी है कि रुबीना और अजहर के परिवारवालों ने इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। ये बाल कलाकार वेस्टमिंस्टर के हाउस ऑफ कॉमंस में आयोजित चाय पार्टी में शरीक होंगे और अपने प्रशंसकों और विशिष्ट अतिथियों से मिलेंगे। हालांकि इस यात्रा की तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं। इस टूर को कई लोग और संगठन स्पॉन्सर करेंगे। बच्चे ऑस्कर समारोह के दौरान अमेरिका जा चुके हैं पर उन्हें अभी तक ब्रिटेन जाने का मौका नहीं मिला।

Wednesday, June 3, 2009

भारतीय नौकरशाह एशिया में सबसे अयोग्य :- सर्वे

एशिया की 12 बड़ी आर्थिक शक्तियों में सिंगापुर के प्रशासनिक अधिकारी एक सर्वे में सबसे ज्यादा योग्य पाए गए हैं। बिजनेस सर्वे में भारतीय नौकरशाहों को सबसे निचले पायदान पर रखा गया है और कहा गया है कि उनके साथ काम करने का अनुभव काफी सुस्त और कष्ट देने वाला है। यह भी कहा गया है कि एशियाई देशों के नौकरशाह विपरीत परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। हॉन्गकॉन्ग की पॉलिटिकल और इकनॉमिक रिस्क कंसल्टेंसी (पीईआरसी)की ओर से किए गए इस सर्वे में सिंगापुर को लगातार तीसरी बार पहले पायदान पर रखा गया है। हॉन्गकॉन्ग को दूसरे, थाइलैंड को तीसरे, साउथ कोरिया को चौथे, जापान को पांचवे, मलयेशिया को छठे, ताइवान को सातवें, वियतनाम को आठवें, चीन को नौवें, फिलीपीन को दसवें, इंडोनेशिया को 11वें और भारत को 12वें नंबर पर रखा गया है। यह सर्वे पिछली बार साल 2007 में किया गया था।

रिपोर्ट में कहा है कि सामान्य दिनों में (जब सिस्टम पर कोई खास दबाव नहीं होता)इन एशियाई देशों के नौकरशाह काफी अच्छा प्रदर्शन करते हैं, पर बुरे हालात में इन नौकरशाहों का प्रदर्शन ऐसा होता है कि उस वक्त उनके कामकाज में न तो पारदर्शिता दिखती है और न ही जिम्मेदारी का बोध।

थाइलैंड के बारे में इस सर्वे में खास तौर पर कहा गया है कि इस देश में राजनीतिक उथल-पुथल और विरोधों के बीच वहां के सिविल सर्वेंट्स ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'शायद देश में जारी दिक्कतों की वजह से ही प्रशासनिक अधिकारियों ने जिम्मेदारीपूर्वक अपनी ड्यूटी निभाई है।' यही वजह है कि सर्वे में थाइलैंड को तीसरे पायदान पर रखा गया है।

Saturday, May 30, 2009

मायावती को झटके पे झटका !!

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना पर रोक लगा दी है, गंगा महासभा और विंध्य इंवायरमेंटल सोसाइटी की तरफ से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायामूर्ति अशोक भूषण और अरुण टंडन ने यह आदेश पारित किया।

न्यायालय ने अपने आदेश में इस मायावती सरकार की सबसे महत्वकांक्षी परियोजना के निर्माण के लिए स्टेट लेवल इनवायरमेंट इम्पैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी की मंजूरी की रिपोर्ट को खारिज कर दिया। राज्य सरकार द्वारा गठित इस कमेटी ने गत जुलाई 2007 को परियोजना को अपनी मंजूरी दी थी। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा है कि एक्सप्रेस वे के निर्माण में राज्य सरकार फिर से इस कमेटी की स्वीकृति ले।

याचिकाकर्ता राहुल मिश्रा ने कहा कि नोएडा से बलिया को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के निर्माण में प्रदेश सरकार ने पर्यावरण के नियमों की अनदेखी की। याचिका में परियोजना के निर्माण के लिए स्टेट लेबल इनवायरमेंट इम्पैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी की तरफ से दी गई स्वीकृति पर भी सवाल उठाए गए।

राज्य सरकार ने स्टेट लेवल इनवायरमेंट इम्पैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी का गठन केंद्र सरकार द्वारा 14 जुलाई 2006 को जारी अधिसूचना के निर्देशों के आधार पर किया था।


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